तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में सैलानियों के नृत्य-गान का वर्णन कीजिए।
उत्तर – तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में जब जितेन ने लकड़ी के बने खिलौने से उस छोटे से गेस्ट हाउस में गाने की तेज धुन पर जब अपने संगी साथियों के साथ नाचना शुरू किया तो वह रात परियों की कहानियों की तरह महक उठी। मस्ती के साथ सभी सैलानी गोल घेरा बनाकर नाचने लगे। लेखिका की सहेली मणि ने कुमारियों को भी मात देते हुए बहुत ही शानदार नृत्य प्रस्तुत किया।