“साना-साना हाथ जोड़ि …..” पाठ में झरने के संगीत में विलीन आत्मा के संगीत पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में झरने के पानी से उत्पन्न आवाज संगीत की तरह प्रतीत हो रही थी। लेखिका इस मनोहर दृश्य को देखकर अत्यंत खुश थी। इस दृश्य को देखकर लेखिका की आत्मा संगीतमय हो गई। उसने अपने पैर पानी में डूबाए और जीवन की शक्ति को महसूस किया। इसी झरने के संगीत के साथ उसके अंदर की सभी बुरी इच्छाएं पानी के साथ बह गई।