समस्या को बदला अवसर में Class 10 नैतिक शिक्षा (मध्यमा ) Chapter 5 Question Answer – HBSE Solution

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HBSE Class 10 Naitik Siksha Chapter 5 समस्या को बदला अवसर में Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 10th Book Solution.

समस्या को बदला अवसर में Class 10 Naitik Siksha Chapter 5 Question Answer


पाठ से-


प्रश्न 1. आकाश गुप्ता को स्टील कंपनी में किस बात की समस्या थी?

उत्तर – आकाश गुप्ता के पिता श्री प्रेम प्रकाश गुप्ता जी ने एक स्टील कंपनी स्थापित की। उनके बाद उस कंपनी का संचालन आकाश गुप्ता जी कर रहे थे। उस कंपनी को चलाने के लिए 5 लाख रुपए प्रतिमाह बिजली बिल का खर्च आ रहा था। इसी बिजली बिल की समस्या आकाश गुप्ता को परेशान कर रही थी।


प्रश्न 2. आकाश गुप्ता ने कौन से विचार को साकार किया व अपने उद्योग को किस नाम से व्यवसाय के रूप में विकसित किया?

उत्तर- आकाश गुप्ता ने सर्वप्रथम बायोगैस प्लांट लगाने के अपने विचार को साकार किया। वे बायोगैस प्लांट में कचरे से जैविक खाद बनाने लगे। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं डिजाइन करके ‘हरित फर्टिलाइजर्स’ नाम से एक उद्योग आरंभ किया जिसके माध्यम से उन्हें अपनी स्टील कंपनी के लिए पर्याप्त बिजली मिलने लगी। इसके साथ ही 4.5 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर वे अन्य कंपनियों को भी बायोगैस बेचने लगे। इससे उन्होंने अपने धन की समस्या का समाधान किया। इससे उनकी कमाई बढ़ गई।


प्रश्न 3. गाँव के पशुओं के गोबर एवं अन्य कचरे का उपयोग उन्होंने किस तरह से किया?

उत्तर- गाँव के पशुओं के गोबर, कचरे, पराली आदि का उपयोग हरित फर्टिलाइजर्स में जैविक खाद के रूप में होने लगा। किसानों द्वारा उस कंपनी में गोबर तथा कचरे आदि के बेचने से उनकी आमदनी बढ़ गई। इसके साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा मिला। इस कंपनी के द्वारा उत्पादित उच्च गुणवत्ता की जैविक खाद के प्रयोग के कारण खेती में 10 प्रतिशत तक की पानी की खपत कम हुई। इससे किसानों के अन्य खर्चों में भी भारी कमी आ गई। इस प्रकार आसपास के गाँव के किसानों की कुल आय में लगभग 50 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। जिले की गौशालाओं ने गोबर को बेचकर लगभग ₹ 8 से 9 लाख की प्रतिवर्ष आमदनी बढ़ाकर अपने आप को स्वावलंबी बना लिया।


प्रश्न 4. बिजली का उत्पादन करने से उन्हें क्या लाभ मिला?

उत्तर- बिजली का उत्पादन करने से उन्हें यह लाभ मिला कि अपनी कंपनी के लिए पर्याप्त बिजली मिलने लगी। इसके साथ ही उन्होंने 4.5 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर अन्य कंपनियों को भी गैस बेचकर उनकी ईंधन की समस्या का समाधान किया। इससे उनकी कमाई बढ़ गई। आज यहाँ पर लगभग 2000 यूनिट बिजली का उत्पादन होता है।


प्रश्न 5. उन्होंने अपनी कमाई में वृद्धि कैसे की?

उत्तर- उन्होंने बायोगैस से पर्याप्त बिजली उत्पन्न करना प्रारंभ कर दिया और इससे पर्याप्त बिजली की आपूर्ति कर ली। उन्होंने 4.5 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर तथा अन्य कंपनियों को भी गैस बेचकर उनकी ईंधन की समस्या का समाधान किया। इससे उनकी कमाई में वृद्धि हुई।


आपकी समझ –


प्रश्न 1. ‘जहाँ चाह वहाँ राह’ को किस तरह से आकाश के जीवन राह के रूप में वर्णन करेंगे?

उत्तर- ‘जहाँ चाह वहाँ राह’ का अभिप्राय है कि व्यक्ति जहाँ पर भी हो यदि वह अपने मन में ठानकर इच्छा कर ले तो उसकी इच्छा अवश्य पूरी होती है। आकाश गुप्ता चिंतित थे। कि वे अपनी स्टील कंपनी को किस तरह से आगे चलाएँ, क्योंकि उनके पास ऐसा आय का कोई साधन नहीं था, जिससे वे 5 लाख प्रतिमाह बिजली का बिल दे सकें। इसके लिए उन्होंने मन में निश्चय किया कि मैं ऐसा कुछ करूँगा जिससे इस समस्या का समाधान हो सके। इसके लिए कचरा, गोबर, पराली तथा मंडी की खराब सब्जी की बायोगैस पर आधारित ‘हरित फर्टिलाइजर्स’ नाम से एक कंपनी खोली। इस कंपनी से उन्होंने जहाँ अपनी समस्या का समाधान किया, वहीं अपने जिले भर के किसानों तथा गौशालाओं की आय में भी वृद्धि कर दी।