संकट में बुद्धिमानी Class 10 नैतिक शिक्षा (मध्यमा ) Chapter 9 Question Answer – HBSE Solution

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HBSE Class 10 Naitik Siksha Chapter 9 संकट में बुद्धिमानी Question Answer for Haryana Board of नैतिक शिक्षा Class 10th Book Solution.

संकट में बुद्धिमानी Class 10 Naitik Siksha Chapter 9 Question Answer


 

प्रश्न 1. लोमश बिलाव के जाल में फँसने पर पलित निर्भय क्यों हो गया?

उत्तर – क्योंकि उसका सबसे बड़ा दुश्मन लोमश चाण्डाल के जाल में फंस चुका था। इसीलिए वह अब निर्भय हो गया।


 

प्रश्न 2. चूहे और बिलाव के बीच क्या समझौता हुआ?

उत्तर – चूहे और बिलाव के बीच समझौता हुआ कि बिलाव चूहे को उसके दुश्मनों से छिपाने में मदद करेगा और इसके बदले में चूहा उसे चाण्डाल के जाल से मुक्त कराएगा।


प्रश्न 3. चूहे ने बिलाव के बन्धन काटने में जान-बूझकर देरी क्यों की?

उत्तर – क्योंकि चूहा जानता था कि बिलाव आजाद होते ही उसे खा जाएगा। इसीलिए चूहे ने बिलाव के बंधन काटने में जानबूझकर देरी की।


प्रश्न 4. अपने से बलवान के साथ सन्धि करने के बाद भी उससे सावधान रहना चाहिए। क्यों?

उत्तर – अपने से बलवान के साथ सन्धि करने के बाद भी उससे सावधान रहना चाहिए क्योंकि जो जीव बलवान के साथ संधि करके अपनी रक्षा का ध्यान नहीं रखता उसका वह मेल उसे बर्बाद कर सकता है।


प्रश्न 5. क्या चूहे ने बिलाव की चिकनी-चुपड़ी बातों पर विश्वास न करके समझदारी का परिचय दिया? हाँ या नहीं के पक्ष में विचार करो।

उत्तर – हां, चूहे ने बिल्कुल समझदारी का परिचय दिया। हो सकता था कि बिलाव उसे अपनी बातों में फंसा कर उसे खा जाता।


 

प्रश्न 6. अपने स्वाभाविक शत्रु से संकट में किया गया समझौता मित्रता का आधार बन सकता है या नहीं? अपने अनुभव के आधार पर बताओ।

उत्तर – शायद नहीं, क्योंकि वह शत्रु आपको हानि पहुंचा सकता है।


प्रश्न 7. मित्रता या शत्रुता स्थायी नहीं होती। इस विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं? सोदाहरण बताओ।

उत्तर – हम इस बात से सहमत हूं कि मित्रता या शत्रुता स्थाई नहीं होती। हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से शत्रु या मित्र बनाता है। जब उसका स्वार्थ पूरा हो जाता है तब वह उससे मित्रता नहीं रखता या अगर उसका स्वार्थ उसी से पूरा होना है तो वह उससे शत्रुता नहीं रखता है।