Class | 12 |
Subject | Hindi |
Book | अभिव्यक्ति और माध्यम |
Category | Important Questions |
नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन Class 12 Hindi Important Question Answer
प्रश्न 1. नये और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है ?
उत्तर– नए अथवा अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए–
- जिस विषय पर लिखना है लेखक को उसकी संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
- विषय पर लिखने से पहले लेखक को अपने मस्तिष्क में उसकी एक उचित रूपरेखा बना लेनी चाहिए।
- विषय से जुड़े तथ्यों से उचित तालमेल होना चाहिए।
- विचार विषय में सुसम्बद्ध तथा संगत होने चाहिए।
- अप्रत्याशित विषयों के लेखन में ‘ मैं ‘शैली का प्रयोग करना चाहिए।
- अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेख को विषय से हटकर अपनी विद्वत्ता को प्रकट नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2. नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में क्या-क्या बाधाएँ आती हैं ?
उत्तर – नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लेखन में निम्नलिखित बाधाएं आती है :
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखने से लेखक की चिंतन शक्ति धीमी पड़ जाती है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेखन अपने विचारों को लिखित रूप देने का अभ्यास नहीं करता।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखते समय लेखन में मौलिक प्रयास तथा अभ्यास करने की प्रवृत्ति कम होती जाती है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों के लिए लेखक के पास विषय से संबंधित सामग्री और तथ्यों का अभाव होता है।
- नए एवं अप्रत्याशित विषयों पर लिखने से लेखक के बौद्धिक विकास के अभाव में विचारों की कमी हो जाती है।
प्रश्न 3. ‘एक कामकाजी औरत’ पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए। Most Important
उत्तर – एक कामकाजी औरत, जीवन के सफलता के लिए संघर्ष करने वाली एक महिला होती है। वह अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहकर समाज में स्थिति बनाए रखने के लिए मेहनत और समर्पण का परिचय करती है। सुबह से शाम तक उसकी दिनचर्या भरी होती है, फिर भी वह खुद को बनाए रखने के लिए समर्पित रहती है। उसकी मेहनत और समर्पण से वह अपने परिवार का संभालना और समृद्धि का आधार बनाती है। एक कामकाजी औरत आत्मनिर्भरता का परिचय करती है और समाज में एक सकारात्मक संदेश भी प्रदान करती है। उसकी साहसपूर्ण और समर्पित दृष्टि उसे अन्यों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनाती है। इस प्रकार, एक कामकाजी औरत समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सबको यह सिखाती है कि मेहनत और संघर्ष से ही सफलता की ऊँचाइयों को छूना संभव है।
प्रश्न 4. ‘परीक्षा के दिन’ विषय पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए। Most Important
उत्तर – परीक्षा के दिन छात्रों के लिए एक अजीब सा मिलनसर होता है। सभी कक्षाएं चुप हो जाती हैं, और हर किसी का ध्यान अपनी पढ़ाई पर होता है। परीक्षा हमें यह सिखाती है कि कैसे अपने ज्ञान को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करना है। परीक्षा के दिन ध्यानपूर्वक और स्थिर मन से पढ़ाई करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। समय का सही तरीके से प्रबंधन करना और सही सवालों पर प्राथमिकता देना आवश्यक है। परीक्षा हमें तात्कालिक प्रतिक्रिया देने की क्षमता प्रदान करती है और आत्म-मूल्यांकन की अनुभूति कराती है। इस दिन आत्मविश्वास बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। सफलता की कुंजी सही तैयारी और विशेष रूप से सकारात्मक मानसिकता में छुपी होती है। इसलिए, परीक्षा के दिन धैर्य, समर्पण, और सकारात्मकता से युक्त रहना शिक्षा की ऊँचाइयों को छूने की कीमती उपहार प्रदान करता है।
प्रश्न 5. ‘अध्यापक और शिष्य’ के बीच संवादों को लिखिए।
or
परीक्षा को लेकर अध्यापक और शिष्य के बीच संवादों को लिखिए। Most Important
or
अध्यापक और छात्र के बीच संवाद का वर्णन कीजिए।
उत्तर –
शिक्षक: नमस्ते, बच्चों! आज हमारी परीक्षा के लिए तैयारी कैसी चल रही है?
छात्र: शिक्षक जी, तैयारी अच्छी चल रही है, पर कुछ सवालों का मॉडल टेस्ट हो सकता है?
शिक्षक: बिल्कुल, मैं समझता हूँ। यहाँ कुछ सवाल हैं – समय सीमा के साथ, आपकी तैयारी की जांच करें।
छात्र: ठीक है, शिक्षक जी।
[30 मिनट बाद]
शिक्षक: कैसा गया सवालों का समाधान?
छात्र: थोड़ा चेन के साथ हो सकता था, पर मैंने अपनी से बेहतरीन कोशिश की है।
शिक्षक: बहुत अच्छा! तुम्हारी मेहनत दिख रही है। और एक सवाल – क्या तुम्हें कोई क्षेत्र में मदद चाहिए?
छात्र: नहीं, शिक्षक जी, सब सही है।
शिक्षक: अच्छा है, मैं तुम्हारी सफलता की कामना करता हूँ! ध्यान से पढ़ना और अच्छे अंक प्राप्त करना।
छात्र: धन्यवाद, शिक्षक जी।