‘माता का आँचल’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए। 

‘माता का आँचल’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए। उत्तर –  माता का आँचल पाठ के माध्यम से लेखक ने मां के प्रेम का वर्णन किया है। मां अपने बच्चे को बहुत प्यार से पालती है। बच्चा अपना अधिकतर समय पिता के साथ बिताता है इसके बावजूद भी मुसीबत के समय … Read more…

खेल खेलते हुए बच्चे पिता को देखकर क्‍यों भाग खड़े होते हैं ?

खेल खेलते हुए बच्चे पिता को देखकर क्‍यों भाग खड़े होते हैं ? उत्तर – प्रत्येक बच्चे के पिता उसके प्रत्येक खेल में शामिल होने का प्रयास करते हैं। उसे किसी न किसी प्रकार अधिकांश समय अपने साथ रखते थे लेकिन एक दिन वे सभी बच्चे मिलकर एक बूढ़े वर … Read more…

प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की हैं ?

प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की हैं ? उत्तर – प्रकृति ने जल संचयन करने का अनूठा ही तरीका अपनाया है। सर्दियों में वह बर्फ के रूप में जल इकट्ठा करती है और गर्मियों में जब लोगों को पानी के लिए तरसता देखी है तो यही बर्फ … Read more…

घाटी में दिखाई देने वाली रंगीन पताकाएँ कब लगाई जाती हैं ?

घाटी में दिखाई देने वाली रंगीन पताकाएँ कब लगाई जाती हैं ? उत्तर – घाटी में दिखाई देने वाली रंगीन पताकाएं तब लगाई जाती है जब किसी कार्य का शुभारंभ किया जाता है। इस समय घाटी के लोग बहुत खुश होते हैं।

‘साना-साना हाथ जोड़ि …..” पाठ के माध्यम से लेखिका क्या दर्शाना चाहती है ?

‘साना-साना हाथ जोड़ि …..” पाठ के माध्यम से लेखिका क्या दर्शाना चाहती है ? उत्तर – ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ के माध्यम से लेखिका यह दर्शाना चाहती है कि पहाड़ों पर रहने वाले लोगों का जीवन बहुत अधिक कठिन होता है। लेखिका पाठ में हिमालय और उसकी सुंदर घाटियों का … Read more…

“साना-साना हाथ जोड़ि …..” पाठ में झरने के संगीत में विलीन आत्मा के संगीत पर प्रकाश डालिए।

“साना-साना हाथ जोड़ि …..” पाठ में झरने के संगीत में विलीन आत्मा के संगीत पर प्रकाश डालिए। उत्तर – ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में झरने के पानी से उत्पन्न आवाज संगीत की तरह प्रतीत हो रही थी। लेखिका इस मनोहर दृश्य को देखकर अत्यंत खुश थी। इस दृश्य को देखकर … Read more…

‘साना-साना हाथ जोड़ि…..’ पाठ में प्रार्थना के भाव का वर्णन कीजिए।

‘साना-साना हाथ जोड़ि…..’ पाठ में प्रार्थना के भाव का वर्णन कीजिए। उत्तर – ‘साना साना हाथ जोड़ि’ का अर्थ है — मैं छोटे-छोटे हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूं। इस पाठ में हमें सिक्किम के लोगों की कठिनाइयों और वहां के रीति-रिवाजों के बारे में वर्णन किया गया है।

तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में सैलानियों के नृत्य-गान का वर्णन कीजिए।

तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में सैलानियों के नृत्य-गान का वर्णन कीजिए। उत्तर – तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में जब जितेन ने लकड़ी के बने खिलौने से उस छोटे से गेस्ट हाउस में गाने की तेज धुन पर जब अपने संगी साथियों के साथ नाचना … Read more…